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टमाटर का पौधा

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           ट माटर विश्व में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाली सब्जी है। इसका पुराना वानस्पतिक नाम लाइकोपोर्सिकान एस्कुलेंटम है। वर्तमान समय में इसे सोलेनम लाइको पोर्सिकान कहते हैं। दुनिया में 9000 से ज्यादा टमाटर की प्रजातियां पाई जाती है।   इसकी उत्पति दक्षिण अमेरिकी ऐन्डीज़ में हुआ। मेक्सिको में इसका भोजन के रूप में प्रयोग आरम्भ हुआ और अमेरिका के स्पेनिस उपनिवेश से होते हुये विश्व भर में फैल गया। टमाटर का पौधा साल भर किसी भी महीने में लगाया जा सकता है. लेकिन बढ़िया रिजल्ट के लिए जून-जुलाई, अक्टूबर-नवंबर और जनवरी के महीनों में इसे लगाना चाहिए। 1 टमाटर का पौधा लगाने का तरीका टमाटर के पौधे को घर पर लगाने के लिए सबसे पहले 50% मिट्टी, 40% गोबर की खाद और 10% बालू को लें और इन्हें अच्छी तरह से मिला लें । अब टमाटर के बीज मिश्रण के ऊपर डाल दें और उसको खाद से अच्छी तरह ढक दें उसके बाद पानी दे । 8 से 10 दिन में बीज अंकुरित हो जाता है और टमाटर का पौधा उग आता है। 2 टमाटर के पौधे को कहां लगाना चाहिए टमाटर का पौधा उसे जगह पर लगाना चाहिए जहां दिन में 6 से 7 घंटे धूप आती हो। टमाटर का पौधा हम

Tulsi Plant Benefits

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Benifits-of-Tulsi-Plant तुलसी का पौधा तुलसी के पौधे का साइंटिफिक नेम Osmium Tenuiflorum , Holy Basil जो एक सूक्ष्म जाति का पौधा है जिसकी हरे रंग की पत्तियां या बैंगन की पत्तियां होती है। इसके पहले फूल लगता है फिर उसका बीज बन जाता है। यह पेड़ बीज से उगाया जाता है इसकी हिंदू धर्म में बहुत मान्यता है, ज्यादातर घरों में यह पेड़ मिल जाता है यह घर के आंगन में ज्यादातर लगाया जाता है । तुलसी को हिंदू धर्म में मां का दर्जा दिया गया है इस कारण से इस पौधे की पूजा भी की जाती है। तुलसी पौधे के फायदे #1 रोग प्रतिरोधक क्षमता तुलसी के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जिससे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है । पतियों को हम काढा बना सकते हैं या दूध में उबालकर पी सकते हैं जिससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। #2 कैंसर उपयोगी तुलसी के पौधे में फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं जिनमें एंटी ऑक्सीडेंट होता हैं। तुलसी के पौधे का सेवन करने से हमें स्किन, लीवर और मुंह की बीमारी से छुटकारा मिलता है। #3 खांसी से आराम तुलसी के पौधे को कफ सिरप के रूप में भी जाना जाता है। तुलसी के पत्तों

गुलाब का पौधा

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गुलाब का पौधा गुलाब को प्रेम के प्रतीक के रूप में माना जाता है इसलिए इसे फूलों का राजा कहा जाता है। गुलाब का सुगंध बहुत ज्यादा होता है। गुलाब की भारत में 100 से अधिक प्रकार की मूर्तियां पाई जाती हैं। गुलाब एक बहुवर्षीय , फूलदार , कटिला, पुष्पीय पौधा है। गुलाब का अधिकांश रेस्तरां  एशियाई मूल का है। गुलाब के वैज्ञानिक का नाम  रोजा हाइब्रिड है। देसी गुलाब का रंग लाल होता है उम्र 40 से 50 साल होती है।  जूलियटरोज का  सबसे कीमती गुलाब का फूल है जो 130 करोड़ रुपये में बिक गया था। गुलाब से रेलवे का आविष्कार नूर जहां ने किया था।  राजस्थान की राजधानी को गुलाबी नगर कहते हैं। भारत के  भगवान राज्य में गुलाब का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है जिसमें लगभग 36% अकेले राज्य में होता है। गुलाब का पौधा लगाने की विधि . गुलाब का पौधा 12 इंच, 15 इंच और 18 इंच के गमले में लगाया जा सकता है। गमले में पानी की दुकान बहुत जरूरी है।   .   20% वर्मी कंपोस्ट , 10%  नीम केक , 20% कोकोपीट , 50% मिट्टी का सभी मिश्रण अच्छी तरह से मिला कर धूप में अच्छी तरह की स्थिरता के लिए छोड़ दिया जाता है। पौधे के बाद गुलाब क