Benifits-of-Tulsi-Plant
तुलसी का पौधा
तुलसी के पौधे का साइंटिफिक नेम
Osmium Tenuiflorum, Holy Basil जो एक सूक्ष्म जाति का पौधा है जिसकी हरे रंग की पत्तियां या बैंगन की पत्तियां होती है। इसके पहले फूल लगता है फिर उसका बीज बन जाता है। यह पेड़ बीज से उगाया जाता है इसकी
हिंदू धर्म में बहुत मान्यता है, ज्यादातर घरों में यह पेड़ मिल जाता है यह घर के आंगन में ज्यादातर लगाया जाता है । तुलसी को हिंदू धर्म में मां का दर्जा दिया गया है इस कारण से इस पौधे की पूजा भी की जाती है।
तुलसी पौधे के फायदे
#1 रोग प्रतिरोधक क्षमता
तुलसी के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जिससे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है । पतियों को हम काढा बना सकते हैं या दूध में उबालकर पी सकते हैं जिससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
तुलसी के पौधे में फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं जिनमें एंटी ऑक्सीडेंट होता हैं। तुलसी के पौधे का सेवन करने से हमें स्किन, लीवर और मुंह की बीमारी से छुटकारा मिलता है।
#3 खांसी से आराम
तुलसी के पौधे को कफ सिरप के रूप में भी जाना जाता है। तुलसी के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से खांसी में तुरंत आराम मिलता है।
#4 बुखार से आराम
तुलसी के पोंधे से
टाइफाइड का बुखार जल्दी ठीक होता है। यही नहीं बल्कि 20 तुलसी दल और 10 काली मिर्च के दाने दोनों को मिलाकर काढ़ा बना लें और किसी भी तरह का बुखार होने पर सुबह, दोपहर शाम इस काढ़े का सेवन करें। यह काढ़ा सभी प्रकार के बुखार से आराम दिलाने में कारगर है।
#5 मुंह की देखभाल में उपयोगी
तुलसी का पौधा मुंह की दुर्गंध दूर करने के लिए बहुत उपयोगी है। तुलसी के पत्ते चबाने से मुंह में दुर्गंध आती है वह नहीं आती तुलसी के पत्तों को फ्रेशनेस के तौर पर भी यूज किया जाता है।
#6 तनाव को कम करने में सहायक
तुलसी की पत्तियों में ने सिर्फ औषधीय गुण हैं बल्कि इसमें हिलिंग गुण भी होते हैं तुलसी की पत्तियों का सेवन करने से हमारे शरीर का तनाव दूर कम होता है इसकी पत्तियों का प्रयोग दूध में कर सकते हैं
#7 त्वचा में निखार
तुलसी का सेवन करने से चेहरे पर ग्लो आता है। तुलसी का पौधा रक्त साफ करने में सहायक होता है इससे हमारे कील मुंहासे जो चेहरे पर होते हैं वह दूर हो जाते हैं।
#8 पेट के रोगों से मुक्ति
तुलसी की पत्तियां डायरिया, पेट में मरोड़ आदि समस्याओं से आराम दिलाने में कारगर हैं। गलत खानपान या प्रदूषित पानी की वजह से अक्सर लोग डायरिया की चपेट में आ जाते हैं। अगर आपकी पाचन शक्ति कमजोर है या फिर आप अपच या अजीर्ण की समस्या से पीड़ित रहते हैं तो तुलसी का सेवन करें।
तुलसी पौधे के नुक़सान
डायबिटीज के मरीजों को तुलसी के सेवन से बचना चाहिए। तुलसी, ब्लड शुगर को कम करने का काम करती है, ऐसे में डायबिटीज या हाइपोग्लाइसीमिया के मरीजों को तुलसी के सेवन से बचना चाहिए, खासतौर पर वो लोग जो शुगर की दवाइयां ले रहे हैं।
#2 जलन
तुलसी का प्रयोग अक्सर हम सर्दी से बचने के लिए भी करते है क्योंकि तुलसी की तासीर गर्म होती हैं इसलिए ज्यादा तुलसी खाने से पेट में जलन पैदा हो सकती है। तुलसी हमेशा सीमित मात्रा में ही प्रयोग करनी चाहिए।
#3 अपने आप उगना
तुलसी के पौधे के ऊपर बीज होते हैं जो हवा से झड़ जाते हैं जो जमीन पर गिरने से तुलसी के पौधे तैयार हो जाते हैं इस तरह तुलसी के पौधे के पास बहुत से छोटे-छोटे तुलसी के पौधे तैयार हो जाते हैं यह इसका फायदा और नुकसान भी हो सकता है।
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Tulsi Plant |
तुलसी का पौधा लगाने की परिस्थितियां
• तापमान – तुलसी के पौधे को अच्छी तरह से बढ़ने के लिए आदर्श तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से ऊपर होना चाहिए।
• सूरज की रोशनी– तुलसी के पौधे को अच्छी तरह से बढ़ने के लिए प्रतिदिन कम से कम 6 घंटे धूप की आवश्यकता होती है। तुलसी का पौधा आंशिक सूर्य प्रकाश की उपस्थिति में भी जीवित रह सकता है।
• मिट्टी – उचित जल निकासी वाली मिट्टी घर के अंदर तुलसी के पौधे को उगाने के लिए उपयुक्त होते हैं। उचित जल निकासी वाली मिट्टी तैयार करने के लिए मिट्टी में रेत को मिलाकर मिश्रण तैयार किया जा सकता है।
• मिट्टी का PH – तुलसी को ग्रो करने के लिए आदर्श मिट्टी का पीएच 6.0 से 7.5 होना चाहिए।
• अधिक पानी - तुलसी के पौधे में अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती इसलिए बारिश के मौसम में ज्यादा पानी न दे अगर पानी जड़ के पास खड़ा हो तो उसे निकाल दे
इस पोस्ट में हमने आपको बताया तुलसी के पौधे के बारे में उसके फायदे नुकसान व नुकसान और तुलसी का पौधा उगाने का तरीका
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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