टमाटर का पौधा
दुनिया में 9000 से ज्यादा
टमाटर की प्रजातियां पाई जाती है। इसकी
उत्पति दक्षिण अमेरिकी ऐन्डीज़ में हुआ। मेक्सिको में इसका भोजन के रूप में प्रयोग
आरम्भ हुआ और अमेरिका के स्पेनिस उपनिवेश से होते हुये विश्व भर में फैल गया। टमाटर
का पौधा साल भर किसी भी महीने में लगाया जा सकता है. लेकिन बढ़िया रिजल्ट के लिए
जून-जुलाई, अक्टूबर-नवंबर और जनवरी के महीनों में इसे लगाना चाहिए।
1 टमाटर का पौधा लगाने का
तरीका
टमाटर के पौधे को घर पर
लगाने के लिए सबसे पहले 50% मिट्टी, 40% गोबर की खाद और 10% बालू को लें और इन्हें
अच्छी तरह से मिला लें । अब टमाटर के बीज मिश्रण के
ऊपर डाल दें और उसको खाद से अच्छी तरह ढक दें
उसके बाद पानी दे । 8 से 10 दिन में बीज
अंकुरित हो जाता है और टमाटर का पौधा उग आता है।
2 टमाटर के पौधे को कहां लगाना चाहिए
टमाटर का पौधा उसे जगह पर
लगाना चाहिए जहां दिन में 6 से 7 घंटे धूप आती हो। टमाटर का पौधा हम गमले में भी
लगा सकते हैं। 12 इंच के गमले में टमाटर का पौधा आसानी से फल देता है।
3 टमाटर के पौधे को पानी की कितनी आवश्यकता होती है
टमाटर के
पौधे को ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती दो दिन में इसे एक से दो लीटर पानी
दिया जा सकता है।
4 टमाटर के पौधे पर कितने दिन में फल आते हैं
टमाटर का पौधा 40 से 50 दिन
में फूल दे देता है उसके बाद 60 से 70 दिन में फल आने स्टार्ट हो जाते हैं। टमाटर
का पौधा 6 महीने तक फल देता है उसके बाद सुख जाता है।
5 टमाटर के पौधे में कौन से तत्व होते हैं
टमाटर में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, फास्फोरस व
विटामिन सी पाये जाते हैं। एसिडिटी की शिकायत होने पर टमाटरों की खुराक बढ़ाने से
यह शिकायत दूर हो जाती है। हालाँकि टमाटर का स्वाद अम्लीय (खट्टा) होता है, लेकिन यह शरीर में क्षारीय
(खारी) प्रतिक्रियाओं को जन्म देता है। लाल-लाल टमाटर देखने में सुन्दर और खाने
में स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक होते हैं। इसके खट्टे स्वाद का कारण यह है कि
इसमें साइट्रिक एसिड और मैलिक एसिड पाया जाता है जिसके कारण यह प्रत्यम्ल
(एंटासिड) के रूप में काम करता है। टमाटर में विटामिन 'ए' काफी मात्रा में पाया
जाता है। यह आँखों के लिये बहुत लाभकारी है । लाल रंग के टमाटर में लायकोपिन यह रंगद्रव्य टेत्रा-सिस् में उपलब्ध होता है। वह शरीर में सहजरुप से अवशोषित होते नहीं है।
6 टमाटर
का उपयोग
संपादित करें शरीर के लिए
टमाटर बहुत ही लाभकारी होता है। इससे कई रोगों का निदान होता है। टमाटर शरीर से
विशेषकर गुर्दे से रोग के जीवाणुओं को निकालता है।
6 टमाटर खाने के फायदे
रसीले और लाल टमाटर
खाने का स्वाद बढ़ाने वाले टमाटर के अनेक फायदे हैं। टमाटर को लाल रंग देने वाला
तत्व लाइकोपीन, जो सेहत के लिए फायदों से भरा है, कच्चे टमाटर से अधिक पकने के बाद
प्रभावी होता है। यूं तो टमाटर हर मौसम में फायदेमंद है लेकिन टमाटर त्वचा के लिए
भी काफी लाभकारी है। यह झुर्रियों को कम करता है और रोम छिद्रों को बड़ा करता है।
7 टमाटर की चटनी
भारत
में बेहद लोकप्रिय टमाटर की चटनी को बहुत ही कम समय में बनाया जा सकता है। यह चटनी
नाश्ते में समोसे, आलू बड़ा, पकोड़े, बड़े, डबलरोटी आदि के साथ आसानी से खायी जा
सकती है। वैसे टमाटर की मीठी चटनी टुमैटो कैचप या सॉस के रूप में आम बाज़ार में भी
मिलती है। अब तो इसका व्यावसायिक दृष्टि से उत्पादन भी होने लगा है। इसका प्रयोग
ज्यादा से ज्यादा नाश्ते की चटनी बनाने किया जाता है।
8 टमाटर के उपचार की कुछ महत्वपूर्ण देखभाल के सुझाव निम्नलिखित हैं
टमाटर
के उपचार के लिए एक अच्छी तरह से सूखा हुआ और अच्छी तरह से सूखा हुआ मिट्टी का चयन
करें। टमाटर के उपचार को नियमित रूप से पानी दें, लेकिन मिट्टी को जल से बचाएं। टमाटर
के औजारों को समय-समय पर खाद दें। टमाटरों के लिए नियमित रूप से नियुक्तियों की
जांच करें।
9 टमाटर के उपचार के लिए कुछ अतिरिक्त सुझाव निम्नलिखित हैं
टमाटर
के उपचार से पहले मिट्टी में अच्छी तरह से खाद्य सामग्री बनाएं। टमाटर के उपचारों
में 2-3 इंच की गहराई तक खोदें।
टमाटर
के उपचार को ऑक्साइंड समय, स्ट्रेंथ को सीधा रखना। टमाटर के उपयोग के बाद, उन्हें
अच्छी तरह से पानी दें। टमाटर के उपचार के बाद, उन्हें नियमित रूप से पानी दें। टमाटरों
के निर्धारण के बाद, उन्हें समय-समय पर खाद दें।
टमाटर
के पौधे से लेकर आपके घर तक एक स्वादिष्ट और टमाटर की सब्जी का उत्पादन करने में
मदद मिलेगी।
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